फलों का राजा आम
मेरा सर्वाधिक प्रिय फल है आम । वैसे आम गर्मियों का एक सर्वप्रिय फल है , यह मधुर स्वाद और पौष्टिक गुणों से भरपूर होने
के कारण सेहत के लिए लाभप्रद है , प्राचीन कल से ही वैद्य हक़ीमों ने एक उत्तम औषधि का दर्जा दे रखा है , क्योंकि इसकी बदौलत छोटे मोटे रोग ठीक किए जा सकते है । वैसे यह और सौंदर्य का खजाना भी है ।
गर्मियों में इसके नियमित सेवन से दांत मजबूत होते है , खून साफ होता है , चेहरे पर आभा निखरने लगती है ।
इस फल की गुठलियाँ और पत्तियाँ भी अपने आप मे ढेरों गुण समेटे हुए है इसलिए "आम के आम और गुठलियों के दाम " की कहावत कही जाती है । आइए जाने इसके ढेरों गुण जो सेहत के लिए खरे साबित हुये है ।
हैजा होने पर आम की कोमल पत्तियों के डंठल को तीन कालीमिर्च के साथ पीस कर छोटी छोटी गोलियां बना लें । इन गोलियों को दिन मे तीन बार सेवन करें काफी आराम मिलेगा ।
गर्मियों मे बच्चों के शरीर पर फुंसियाँ निकालना शुरू हो जाती है , इन पर आम की पत्तियों का रस मलें फोड़े फुंसियाँ जड़ से गायब हो जाएंगे ।
बलतोड़ फोड़ा होने पर आम की गुठली का लेप दिन मे तीन बार लगाएँ । फोड़ा चंद दिनों मे ही गायब हो जाएगा ।
यदि उल्टी शिकायत हो तो आम की पत्तियों का काढ़ा बना कर शहद के साथ सेवन करे , लाभ सुनिश्चित है ।
गर्भवती स्त्रियॉं यदि अधिक मात्रा मे आम चूस कर खाती है तो होने वाले बच्चे का रंग साफ होता है ।
जब शिशु सात आठ माह का हो जाए तो उसे प्रतिदिन नियमित एक चम्मच मीठे आम का रस पिलाएँ इससे उसका पेट भी साफ रहेगा और भूख भी खुल कर लगेगी ।
बच्चों के पेट मे अक्सर कीड़े पड़ जाते है ऐसे मे भुनी गुठली और काला नमक का चूर्ण बना लें और गुनगुने पानी के साथ खिलाएँ । इससे जो कीड़े पेट मे पड़ गए है वो निकल जाएंगे और दोबारा नहीं पड़ेंगे ।
आम और जामुन की पत्तियों के दस ग्राम रस मे गाय का पाँच ग्राम शुद्ध दूध मे मिलकर एक हफ्ते लगातार पीने से बवासीर ( पाइल्स ) मे आराम मिलता है । पहले प्रयोग आजमा कर देख लें उसके बाद समस्या से छुटकारा मिलने तक पीते रहे ।
कान मे दर्द होने पर , आम की तीन चार पत्तियाँ तोड़ कर रस निकालें और हल्का सा गरम कर लें तब कान मे डालें इससे कान का दर्द दूर होकर आराम मिलता है तथा मैल भी फूल कर ऊपर आ जाता है ।
दांतों की मजबूती के लिए इसकी सूखी गुठली का पावडर बना कर तैयार कर लें । सुबह शाम इस पावडर से दांत साफ करने से दांत मजबूत होते है , मसूड़ों की बीमारियाँ भी दूर हो जाती है , मुख से दुर्गंध आना बंद हो जाती है ।
आम की पत्तियों का रस दाँतो पर मलने से पायरिया दूर हो जाता है ।
भंग का नशा दूर करने के लिए इसकी गुठलियों को ठंडे जल मे घिस कर पिलाने से नशा दूर हो जाता है ।
आम के रस मे एक चम्मच दूध व शहद मिलाकर लेप करने से त्वचा कांतिमय हो जाती है ।
आम की गुठली का तेल मुहाँसे और झाईं पर मलने से चेहरे के दाग दूर होते है और नियमित मालिश करने से चेहरा कांतिमय बना रहता है ।
सिर की जूएँ नष्ट करने के लिए आम के वृक्ष की छाल व आम की सूखी गुठली पीस कर बारीक पावडर तैयार करें । इस पावडर मे नींबू का रस डाल कर , सिर मे मलें , जुंये पड़ना बंद हो जाएंगी ।
तो हो जाए इस गर्मियों मे आम के आम और गुठलियों के दाम ।
जब भी गुठलियों का इस्तेमाल करे तो उसे छील लें और अंदर की गिरी निकाल लें तब इस्तेमाल करें ।
मेरा सर्वाधिक प्रिय फल है आम । वैसे आम गर्मियों का एक सर्वप्रिय फल है , यह मधुर स्वाद और पौष्टिक गुणों से भरपूर होने
के कारण सेहत के लिए लाभप्रद है , प्राचीन कल से ही वैद्य हक़ीमों ने एक उत्तम औषधि का दर्जा दे रखा है , क्योंकि इसकी बदौलत छोटे मोटे रोग ठीक किए जा सकते है । वैसे यह और सौंदर्य का खजाना भी है ।
गर्मियों में इसके नियमित सेवन से दांत मजबूत होते है , खून साफ होता है , चेहरे पर आभा निखरने लगती है ।
इस फल की गुठलियाँ और पत्तियाँ भी अपने आप मे ढेरों गुण समेटे हुए है इसलिए "आम के आम और गुठलियों के दाम " की कहावत कही जाती है । आइए जाने इसके ढेरों गुण जो सेहत के लिए खरे साबित हुये है ।
हैजा होने पर आम की कोमल पत्तियों के डंठल को तीन कालीमिर्च के साथ पीस कर छोटी छोटी गोलियां बना लें । इन गोलियों को दिन मे तीन बार सेवन करें काफी आराम मिलेगा ।
गर्मियों मे बच्चों के शरीर पर फुंसियाँ निकालना शुरू हो जाती है , इन पर आम की पत्तियों का रस मलें फोड़े फुंसियाँ जड़ से गायब हो जाएंगे ।
बलतोड़ फोड़ा होने पर आम की गुठली का लेप दिन मे तीन बार लगाएँ । फोड़ा चंद दिनों मे ही गायब हो जाएगा ।
यदि उल्टी शिकायत हो तो आम की पत्तियों का काढ़ा बना कर शहद के साथ सेवन करे , लाभ सुनिश्चित है ।
गर्भवती स्त्रियॉं यदि अधिक मात्रा मे आम चूस कर खाती है तो होने वाले बच्चे का रंग साफ होता है ।
जब शिशु सात आठ माह का हो जाए तो उसे प्रतिदिन नियमित एक चम्मच मीठे आम का रस पिलाएँ इससे उसका पेट भी साफ रहेगा और भूख भी खुल कर लगेगी ।
बच्चों के पेट मे अक्सर कीड़े पड़ जाते है ऐसे मे भुनी गुठली और काला नमक का चूर्ण बना लें और गुनगुने पानी के साथ खिलाएँ । इससे जो कीड़े पेट मे पड़ गए है वो निकल जाएंगे और दोबारा नहीं पड़ेंगे ।
आम और जामुन की पत्तियों के दस ग्राम रस मे गाय का पाँच ग्राम शुद्ध दूध मे मिलकर एक हफ्ते लगातार पीने से बवासीर ( पाइल्स ) मे आराम मिलता है । पहले प्रयोग आजमा कर देख लें उसके बाद समस्या से छुटकारा मिलने तक पीते रहे ।
कान मे दर्द होने पर , आम की तीन चार पत्तियाँ तोड़ कर रस निकालें और हल्का सा गरम कर लें तब कान मे डालें इससे कान का दर्द दूर होकर आराम मिलता है तथा मैल भी फूल कर ऊपर आ जाता है ।
दांतों की मजबूती के लिए इसकी सूखी गुठली का पावडर बना कर तैयार कर लें । सुबह शाम इस पावडर से दांत साफ करने से दांत मजबूत होते है , मसूड़ों की बीमारियाँ भी दूर हो जाती है , मुख से दुर्गंध आना बंद हो जाती है ।
आम की पत्तियों का रस दाँतो पर मलने से पायरिया दूर हो जाता है ।
भंग का नशा दूर करने के लिए इसकी गुठलियों को ठंडे जल मे घिस कर पिलाने से नशा दूर हो जाता है ।
आम के रस मे एक चम्मच दूध व शहद मिलाकर लेप करने से त्वचा कांतिमय हो जाती है ।
आम की गुठली का तेल मुहाँसे और झाईं पर मलने से चेहरे के दाग दूर होते है और नियमित मालिश करने से चेहरा कांतिमय बना रहता है ।
सिर की जूएँ नष्ट करने के लिए आम के वृक्ष की छाल व आम की सूखी गुठली पीस कर बारीक पावडर तैयार करें । इस पावडर मे नींबू का रस डाल कर , सिर मे मलें , जुंये पड़ना बंद हो जाएंगी ।
तो हो जाए इस गर्मियों मे आम के आम और गुठलियों के दाम ।
जब भी गुठलियों का इस्तेमाल करे तो उसे छील लें और अंदर की गिरी निकाल लें तब इस्तेमाल करें ।
बढ़िया जानकारी दी है आपने |
ReplyDeleteआशा
धन्यवाद , आप सबके प्रोत्साहन से प्रेरणा ले कर आगे भी सेवा मे तत्पर रहूँ यही अभिलाषा है ।
Deleteएक आम ओर कितने लाभ ...
ReplyDeleteफलों का राजा है आम ...