पिछले लेख मे मैंने आँख और नाक कान की कोई समस्या होने पर कैसे प्राथमिक उपचार करें यह बताया था ।
इस लेख मे - किसी व्यक्ति के द्वारा जहरीला पदार्थ खा या पी लेने पर क्या प्राथमिक किकित्सा दी जा सकती है ये जानेंगे ।
यदि किसी के साथ ऐसी घटना हो जाती है तो घर वालों के हांथ पाँव फूल जाते है और कोई रास्ता नहीं सूझता और रोगी के सारे तीमारदार हाय तोबा मचाना आरंभ कर देते हैं । जबकि ऐसी स्थिति मे तो तीमारदारों को बहुत ही शांति से काम लेना चाहिए और रोगी को संभालना चाहिए ।
सर्वप्रथम यह देखे कि रोगी ने क्या खाया है और और वह होश मे रहे । उसे खुली हवा मे रखें उसका जहर निकालने का प्रयास करे इसके लिए उसके गले मे उंगली डाल कर उल्टी कराये। यदि ऐसा न कर पाएं तो गुनगुना पानी नमक मिला कर पिलाएँ ।
यदि रोगी पानी न पी पाये तो दो बड़े चम्मच सरसों का तेल या घी पिला दिया जाना चाहिए ताकि वह स्वयम उल्टी कर पाने मे सक्षम हो पाये ।
यदी रोगी बेहोश हो गया हो तो बिना समय गँवाए डाक्टर के पास ले जाएँ ।
किसी ऐसी जगह फंस जाने पर जहां जहरीली गैस का रिसाव हो गया हो या धुआँ इत्यादि का रिसाव हो रहा हो - ऐसी जगह पर सांस न लें और बाहर की ओर निकलने का प्रयास करें ।
यदि कोई व्यक्ति फंसा हो तो खुद पहले प्रोटेक्शन मास्क पहने उसके पश्चात उस व्यक्ति को बाहर निकालने मे मदद करें ।
यदि कोई जहरीला साँप या बिच्छू काट ले तो खुद बिना हडबड़ाए रोगी खुली हवा मे रखें उसके कपड़े ढीले कर दें जिस जगह साँप ने काटा हो उसके ऊपर और नीचे की ओर कस कर बांध दें ताकि सांप या बिच्छू का जहर पूरे शरीर मे न फैले , तेज धार के चाकू या ब्लेड को तेज आंच मे एकदम तपा लें और कटे हुए स्थान पर एक चिरा लगाएं और कस कर दबा दबा कर खून निकाल दें यदि फिर भी बाकी रह गया हो तो मुंह से चूस कर निकाल दें पर्ंतु ये ध्यान रहे कि खुद के मुंह मे कोई घाव न हो नही तो जहर चूसने वाले के मुंह से उसके शरीर मे जा सकता है , और जहर निकल जाने पर घाव को गरम पानी मे एंटीसेप्टिक लोशन डाल कर साफ कर दें और दवा लगाकर पट्टी कर दें । रोगी को सोने बिलकुल न दे और गरम चाय या दूध पिलायें ।
यदि ज्यादा जहरीले साँप ने काटा हो या कटे हुये देर हो चुकी हो या साँप के काटने की जगह पर छाले से पड़ने लगे तो तुरंत बिना समय गँवाए डाक्टर के पास ले जाएँ ।
आगे और भी ............
इस लेख मे - किसी व्यक्ति के द्वारा जहरीला पदार्थ खा या पी लेने पर क्या प्राथमिक किकित्सा दी जा सकती है ये जानेंगे ।
यदि किसी के साथ ऐसी घटना हो जाती है तो घर वालों के हांथ पाँव फूल जाते है और कोई रास्ता नहीं सूझता और रोगी के सारे तीमारदार हाय तोबा मचाना आरंभ कर देते हैं । जबकि ऐसी स्थिति मे तो तीमारदारों को बहुत ही शांति से काम लेना चाहिए और रोगी को संभालना चाहिए ।
सर्वप्रथम यह देखे कि रोगी ने क्या खाया है और और वह होश मे रहे । उसे खुली हवा मे रखें उसका जहर निकालने का प्रयास करे इसके लिए उसके गले मे उंगली डाल कर उल्टी कराये। यदि ऐसा न कर पाएं तो गुनगुना पानी नमक मिला कर पिलाएँ ।
यदि रोगी पानी न पी पाये तो दो बड़े चम्मच सरसों का तेल या घी पिला दिया जाना चाहिए ताकि वह स्वयम उल्टी कर पाने मे सक्षम हो पाये ।
यदी रोगी बेहोश हो गया हो तो बिना समय गँवाए डाक्टर के पास ले जाएँ ।
किसी ऐसी जगह फंस जाने पर जहां जहरीली गैस का रिसाव हो गया हो या धुआँ इत्यादि का रिसाव हो रहा हो - ऐसी जगह पर सांस न लें और बाहर की ओर निकलने का प्रयास करें ।
यदि कोई व्यक्ति फंसा हो तो खुद पहले प्रोटेक्शन मास्क पहने उसके पश्चात उस व्यक्ति को बाहर निकालने मे मदद करें ।
यदि कोई जहरीला साँप या बिच्छू काट ले तो खुद बिना हडबड़ाए रोगी खुली हवा मे रखें उसके कपड़े ढीले कर दें जिस जगह साँप ने काटा हो उसके ऊपर और नीचे की ओर कस कर बांध दें ताकि सांप या बिच्छू का जहर पूरे शरीर मे न फैले , तेज धार के चाकू या ब्लेड को तेज आंच मे एकदम तपा लें और कटे हुए स्थान पर एक चिरा लगाएं और कस कर दबा दबा कर खून निकाल दें यदि फिर भी बाकी रह गया हो तो मुंह से चूस कर निकाल दें पर्ंतु ये ध्यान रहे कि खुद के मुंह मे कोई घाव न हो नही तो जहर चूसने वाले के मुंह से उसके शरीर मे जा सकता है , और जहर निकल जाने पर घाव को गरम पानी मे एंटीसेप्टिक लोशन डाल कर साफ कर दें और दवा लगाकर पट्टी कर दें । रोगी को सोने बिलकुल न दे और गरम चाय या दूध पिलायें ।
यदि ज्यादा जहरीले साँप ने काटा हो या कटे हुये देर हो चुकी हो या साँप के काटने की जगह पर छाले से पड़ने लगे तो तुरंत बिना समय गँवाए डाक्टर के पास ले जाएँ ।
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upyogi salah , humesha yaad rakhenge
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